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  • इंडिया इन द स्‍पेस एज

    • लेखक:मोहन सुरेन्‍द्र राजन
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:235

    इस पुस्‍तक में एक उभरती हुई अंतरिक्ष शक्ति के तौर पर भारत की मौजूदा यात्रा के बारे में बताया गया है। इसमें विश्‍व स्‍तरीय रॉकिट तथा उपग्रह बनाने और उन्‍हें छोड़ने के दौरान आने वाली चुनौतियों पर ध्‍यान केन्द्रित किया गया है, जिन्‍हें दूर संचार, दूर दर्शन और डेटा लिंक, मौसम की निगरानी और भविष्‍यवाणी, शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और आपदा राहत के साथ प्राकृतिक संसाधनों के दूरस्‍थ संवेदन एवं चंद्रमा एवं बाहरी अंतरिक्ष के अन्‍वेषण सहित अनेक प्रकार के अनुप्रयोगों में उपयोग किया जा रहा है।

  • बुद्ध गाथा (उडिया)

    • लेखक:पॉल केरस
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:उडिया
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:200

    वर्ष 1894 में पहली बार प्रकाशित और उसके बाद कई बार पुन: मुद्रित, बुद्ध की कथाओं का पॉल केरस द्वारा किया गया यह संकलन आज क्‍लासिक पुस्‍तकों की श्रेणी में पहुंच गया है। यह पुस्‍तक ऐतिहासिक समस्‍याओं के समाधान देने के लिए नहीं बनाई गई है और न ही यह बुद्ध की धार्मिक लेखनी को लोकप्रिय बनाने का प्रयास है। इसमें पिछले समय के धार्मिक नेताओं का चित्रण किया गया है ताकि वे वर्तमान समय में लोगों को बताई जा सके और भविष्‍य के निर्माण का आधार बन सकें। इस पुस्‍तक की सामग्री पुरानी बौद्ध कथाओं से उत्‍पन्‍न है। अनेक मार्ग और बेशक सबसे महत्‍वपूर्ण मार्ग है मूल पाठ से अनुवाद की प्रति लिपि बनाना। इनमें से कुछ को उन्‍मुक्‍त रखा गया है, जबकि अन्‍य को पुन: व्‍यवस्थित किया गया है तथा अन्‍य को संक्षिप्‍त रूप में तैयार किया गया है।

    डॉ. पॉल केरस अपनी सरल और संवेदनशील गद्य शैली इसे तैयार किया है जबकि ओलगा कोपेट्स्‍की ने इस खण्‍ड में कुछ सुकोमल आरेख बनाए हैं जिसमें बौद्ध धर्म की प्रकाश मान भावना और बुद्ध के व्‍यक्तित्‍व का काव्‍यात्‍मक वर्णन है।

  • गुरु नानक से गुरुग्रंथ साहब तक

    • लेखक:डॉ. महीप सिंह
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:उर्दू
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:250

    इस पुस्तक में सिखों के सभी दसों गुरुओं के जीवन का संक्षिप्त वर्णन किया गया है। साथ ही उनकी गुरबाणी भी की गई है। मध्य युग में शुरू हुए सिख तथा भक्ति आंदोलन के बारे में भी इस पुस्तक में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।

    लेखक ने पुस्तक में श्री गुरु गोविंद सिंह जी की युद्ध पद्धतियों के बारे में भी वर्णन किया है तथा उन्हें राष्ट्र नायक कहा है। किताब का यह शीर्षक समाज के सभी वर्गों तथा धर्मों को मानवता की राह सिखाता है। इस पुस्तक के लेखक डॉ. महीप सिंह, सिख इतिहास के विद्वान माने जाते हैं।

  • सतगुरु राम सिंह ते कूका लहर

    • लेखक:तारा सिंह अनजान
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:पंजाबी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:105

    सतगुरु राम सिंह ते कूका लहर किताब को पंजाबी लेखक तारा सिंह अनजान ने लिखा था। तारा सिंह प्रख्यात लेखक एवं इतिहासविद हैं।

    इस पुस्तक में कूका (नामधारी) समुदाय द्वारा स्वतंत्रता संग्राम संघर्ष के 1857 से लेकर 1947 तक दिए गए बलिदान तथा सहयोग पर प्रकाश डाला गया है। कूका समुदाय द्वारा किया गया बलिदान देश के दूसरे लोगों को वतन की राह में कुरबानी के लिए प्रेरित करता है।

  • 1857 की दिल्ली

    • लेखक:डॉ. प्रभा चोपड़ा
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:100

    1857 के महान विद्रोह को उन्नीसवीं शताब्दी का सबसे बड़ा सशस्त्र विद्रोह माना जाता है, जिनसे ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती दी थी। उस समय दिल्ली इस संघर्ष का प्रमुख केंद्र था, क्योंकि मेरठ से आकर सभी सैनिक बहादुर शाह जफर के नेतृत्व में यहीं एकत्रित हुए थे। ब्रिटिश साम्राज्य के लिए अंतिम मुगल बादशाह की यह सशक्त पहल थी। हालांकि अंग्रेजी हुकुमत के सामने यह विद्रोह ज्यादा नहीं चल पाया और उन्होंने इसे कुचल दिया।

    डॉ. प्रभा चोपड़ा, पूर्व में दिल्ली प्रशासन में कार्यरत थे तथा गजेटियर के संपादक भी रह चुके हैं। आपने सरदार वल्लभ भाई पटेल के कार्यों पर एक प्रोजेक्ट किया है तथा सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ फैलो भी हैं।

  • नोबल पुरस्कार विजेता स्त्रियां

    • लेखक:चित्रा गर्ग
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:मराठी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:125

    हिंदी भाषा से मराठी में अनूदित की गई इस पुस्तक में उन 29 महिलाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है, जिन्होंने अब तक विज्ञान, साहित्य तथा मानवता जैसे क्षेत्रों में नोबल पुरस्कार प्राप्त किया है।

    चित्रा गर्ग नामचीन लेखिका हैं।

  • विश्व की श्रेष्ठ लोक कथाएं भाग -IV

    • लेखक:प्रकाशन प्रभाग
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:मलयालम
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:100

    राजेंद्र अवस्थी द्वारा इसे संकलित तथा हिंदी से अनूदित किया गया है।

    पुस्तक में विश्वभर की विभिन्न लोक कथाओं का संकलन किया गया है। यह कथाएं सभी उम्र के लोगों के लिए हैं। यह कथाएं न केवल सांस्कृतिक जानकारी देती हैं, बल्कि दुनियाभर के लोगों की मान्यताओं के बारे में भी बताती हैं।

  • अठारह सौ सत्तावन

    • लेखक:सुरेंद्र नाथ सेन
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:तेलुगु
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:460

    तेलुगु भाषा में प्रकाशित यह पुस्तक अठारह सौ सत्तावन सुरेंद्र नाथ सेन की मूल अंग्रेजी भाषा में लिखी गई किताब का संस्करण है।

    सन 1857 को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में मील का पत्थर माना जाता है। यहीं से जनता ने ब्रिटिश साम्राज्य की खिलाफत शुरू की थी। इस किताब में जनता तथा नाना साहब, रानी लक्ष्मीबाई, तात्यां टोपे तथा मंगल पांडेय द्वारा किए गए संग्राम पर विस्तार से प्रकाश डाला है।

    लेखक सुरेंद्रनाथ सेन को इतिहास का विद्वान माना जाता है।

  • जवाहर लाल नेहरू - सचित्र जीवनी

    • लेखक:बी. आर. नंदा
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:उडि़या
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:125

    यह पुस्तक भारत के सबसे महान पुरुषों में से एक को समर्पित है। जवाहर लाल नेहरू को बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व वाला इंसान कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। वो बचपन से ही प्रतिभाशाली थे। उन्होंने महात्मा गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था। उन्हें आधुनिक भारत का रचयिता कहा जाता है। देश के पहले प्रधानमंत्री होने के नाते उन्होंने देश को विकास की राह पर दौड़ना सिखाया।

    नेहरू को देश ही विदेशों में भी ख्याति मिली हुई थी। इस पुस्तक में उनके जीवन के हर पहलू को विस्तार से दिखाया गया है।

    इतिहासकार एवं लेखक पद्मविभूषण बलराम नंदा नेहरू संग्रहालय एवं पुस्तकालय, नई दिल्ली के निदेशक हैं। इन्हें राजनीतिक आत्मकथाएं लिखने में महारत हासिल है। आपने महात्मा गांधी, मोतीलाल नेहरू, गोखले जैसे महापुरुषों की जीवन गाथाएं लिखी हैं।

  • रवीन्द्रनाथ ठाकुर की बाल कहानियां

    • लेखक:बी. आर. नंदा
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:उडि़या
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:125

    रबींद्रनाथ टैगोर न सिर्फ देश के महान कवि थे, बल्कि वो ड्रामा, उपन्यास तथा लघु कहानियों में भी दखल रखते थे। इस पुस्तक में उनकी लिखी हुई ग्यारह कहानियों को हिंदी से उडिया में अनूदित करके प्रकाशित किया गया है।

  • सरदार पटेल ए पिक्‍टोरियल बायोग्राफी

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:100

    यह एल्‍बम सबसे पहले सरदार बल्‍लभ भाई पटेल की जन्‍म शताब्‍दी के अवसर पर लाया गया था। जो उनके बहुआयामी व्‍यक्तित्‍व की तस्वीरों का पुरा लेखा जोखा है। एक देश भक्‍त और राजनेता के तौर पर सरदार पटेल ने गांधी और नेहरू के बराबर 1920 से 1950 तक तीन महत्‍वपूर्ण दशकों के दौरान भारतीय राजनीति पर प्रभुत्‍व बनाए रखा। वे न केवल आजादी के संघर्ष में आगे रहे बल्कि वे एक दूरदर्शी राजनेता तथा सक्षम प्रशासक थे जिन्‍होंने स्‍वतंत्रता के बाद नई सरकार के सामने आने वाली जटिल समस्‍याओं सुलझाने में अपना योगदान दिया।

  • द भुज स्‍टोरी आफ्टर द अर्थ क्‍वेक (पुन: मुद्रित)

    • लेखक:ऋषि मोहन संवाल
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:55

    26 जनवरी 2001 गुजरात को हिलाकर रख देने वाले भूकंप का केन्‍द्र भुज था। महेन्‍द्र सिंह और उनके समान हजारों लोग ऐसे अंजान सैनिक है जिन्‍होंने शहर को दोबारा निर्मित किया। ऋषि सांवाल जो भारतीय प्रबंध संस्‍थान अहमदाबाद में पढ़ रहे थे एक ऐसे स्‍वयं सेवक थे जिन्‍होंने इस प्रक्रिया में योगदान दिया। भुज की कहानी इस प्रकार है। यहां भूकंप के बाद लोग आपस में मिले और यह एक अनोखा अनुभव था जब वे एक साथ मिलकर कार्य कर रहे थे। यह पुस्‍तक इसी असाधारण कार्यशैली का विवरण देती है जो अच्‍छा कार्य करने वाले लोगों के विषय में लिखी गई है।

    उत्तर प्रदेश की पहाडियों में पले बढ़े ऋषि सांवल को सामाजिक कार्यों से लेकर प्रचालन अनुसंधान में दिलचस्‍पी है। आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंधन पाठ्यक्रम पूरा कर देने के बाद अब वे प्रबंधन परामर्शदाता हैं।

  • इंडियन क्लासिकल डांस (थर्ड एडी‍शन)

    • लेखक:कपिला वात्‍सायन
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:240

    भारत निष्‍पादन कलाओं का केन्‍द्र है। इस पुस्‍तक में भारत के 5 शास्‍त्रीय नृत्‍यों का विवरण है: भरत नाट्यम, कथकली, ओडिसी, मणिपुरी और कथक।

    शास्‍त्रीय नृत्‍य के छात्रों के लिए एक पाठ्य पुस्‍तक मानी जाने वाली यह पुस्‍तक संगीत और नृत्‍य का धर्म ग्रंथ है और इसमें विषय की लगभग सभी महत्‍वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध हैं।

    लेखिका कपिला वात्‍सायन कला और साहित्‍य की प्रतिष्ठित विद्वान हैं और विषय की गहराई के साथ उन्‍होंने इस पुस्‍तक को लिखा है। पुस्‍तक में कई सौ दुर्लभ तस्‍वीरें हैं जो पाठकों को बांधे रखती हैं।

  • स्‍पीच ऑफ प्रेजीडेंट राजेन्‍द्र प्रसाद वॉ. -III (पुन मुद्रित)

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:335

    डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद के भाषण उनके जीवन के अनेक पक्षों पर प्रकाश डालते हैं - एक राजनेता, विद्वान, इतिहासकार, शिक्षाकृत और विचारक। वे नए विचारों से कभी नहीं घबराए जबकि उन्‍होंने अपनी संस्‍कृति पर मजबूत पकड़ बनाए रखी। डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद जिस विषय पर भी बोले उन्‍होंने तरीके के दुर्लभ सरलता और समकालीनता की ताजा हवा उसमें मिलाई। यह सभी भाषण आज भी सत्‍य प्रतीत होते हैं।

  • मयिल (तमिल)

    • लेखक:अजीत कुमार मुखर्जी
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:तमिल
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:65

    भारत में पाई जाने वाली 2000 से अधिक पक्षी प्रजातियों में हमारा राष्‍ट्रीय पक्षी सर्वाधिक भव्‍य, मनमोहक और रंग बिरंगा होता है। यह अद्भुत पक्षी भव्‍यता का जीता जागता प्रमाण है और इसके नृत्‍य में जादू है।

    इस पुस्‍तक में मोर के प्राकृतिक अधिवास और जीवन शैली का विवरण है। इसमें हमारे साहित्‍य, लोक कथाओं, किंवदनतियों, रीति रिवाजों और आयोजनों का संदर्भ लिया गया है। पुस्‍तक में सुंदर चित्र हैं।

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