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  • डेमोक्रेसी एण्‍ड ह्युमन डेवलपमेंट इन इंडिया

    • लेखक:नरेश गुप्‍ता
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:325

    यह पुस्‍तक भारत में लोकतंत्र की कार्यशैली और स्‍वतंत्रता के बाद मानव विकास में देश की प्रगति का चित्रण करती है। लोगों की रूचियों का विस्‍तार और महत्‍वपूर्ण क्षमताओं को अर्जित करने के लिए लोगों का एक समर्थकारी परिवेश रचने के लिए ताकि वे लम्‍बा, स्‍वस्‍थ और रचनात्‍मक जीवन जी सकें, निर्धनों और उपेक्षित वर्ग पर फोकस सहित निर्णय लेने में भागीदारी, मानव वि‍कास के विचार को अंतर्निहित कर सकें। संवेदनशील शासकीय अधिकारियों, गैर सरकारी संगठनों, मीडिया, विधान मंडल के सदस्‍यों और अधिकारियों की आवश्‍यकता है ताकि संकेन्द्रित मानव विकास ग‍तिविधि की जा सके। यह पुस्‍तक अर्थशास्त्रियों, अनुसंधानकर्ताओं, आयोजनाकारों, प्रशासकों, शिक्षण संकाय और विश्‍वविद्यालयों और महाविद्यालयों के लिए उपयोगी है।

    इसके लेखक एक प्रशासक और गांधीवादी विचारधारा में रूचि रखते हैं। उन्‍होंने तमिलनाडु की मानव विकास रिपोर्ट को अंतिम रूप देने में योगदान दिया है।

  • भारत 2009

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:345

    भारत 2009 हमारे देश के विविध विषयों जैसे अर्थव्‍यवस्‍था, ग्रामीण और शहरी विकास, उद्योग और मूल संरचना, कला और संस्‍कृति, स्‍वास्‍थ्‍य, सुरक्षा, जन संचार आदि पर सूचना देने वाला वार्षिक संदर्भ ग्रंथ है जिसका अद्यतन और व्‍यापक संस्‍करण उपलब्‍ध है। इसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, सामान्‍य ज्ञान, ताजा मामले, खेल, पिछले वर्ष के आयोजन तथा नए आयोजनों पर खंड निहित हैं।

    यह इन सभी विषयों पर अधिकृत और निश्चित आंकडों का समृद्ध स्रोत है, जो इसे छात्रों और अनुसंधानकर्ताओं एवं शिक्षाविदों के लिए पढ़ना अनिवार्य बनाता है।

  • बापू सान्निध्‍यम (तेलुगु)

    • लेखक:कन्‍नू गांधी और आभा गांधी
    • विषय:गांधीवाद
    • भाषा:तेलुगु
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:77

    एक बार गांधी जी के बारे में आइंस्‍टाइन ने कहा कि "आने वाली पीढियां यह मुश्किल से विश्‍वास करेंगी की ऐसा कोई व्‍यक्ति जो रक्‍त और मांस से बना था, एक समय इस पृथ्‍वी पर मौजूद था।" मानवता गांधीजी को एक अहिंसा के पुजारी के रूप में हमेशा याद रखेगी, जिन्‍होंने सत्‍य, अहिंसा और दुनिया भर में भाई चारे की भावना का बीज लोगों के मन में बोया।

    इस पुस्‍तक के लेखक कन्‍नू गांधी महात्‍मा गांधी के पूते हैं और सह लेखिका आभा गांधी श्री कन्‍नू की पत्‍नी है। महात्‍मा गांधी के साथ नजदीकी के कारण उन्‍होंने गांधी जी की मन की गहराइयों छुपी भावना को सावधानी, बारीकी और समर्पण के साथ दर्ज किया है।

  • खुदीराम बोस एक असाधारण क्रांतिकारी

    • लेखक:हितेंद्र पटेल
    • विषय:जीवन गाथा
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:80

    भारतीय स्‍वतंत्रता आंदोलन के आरंभिक चरण में कई क्रांतिकारी ऐसे थे जिन्‍होंने ब्रिटिश राज के विरुद्ध आवाज उठाई। खुदीराम बोस भारत की स्‍वतंत्रता के संघर्ष के इतिहास में संभवतया सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी थे, जो भारत मां के सपूत कहे जा सकते हैं। बंगाल के विभाजन के बाद दुखी होकर खुदीराम बोस ने स्‍वतंत्रता के संघर्ष में अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों से एक मशाल चलाई। उन्‍होंने ब्रिटिश राज के बीच डर फैलाने के लिए एक ब्रिटिश अधिकारी के वाहन पर बम डाल दिया। अपने चेहरे पर मुस्‍कुराहट के साथ केवल 18 साल के इस क्रांतिकारी में मौत को गले लगा दिया तथा हजारों क्रांतिकारियों को प्रेरणा दी। स्‍वतंत्रता संग्राम की शुरूआती अवस्‍था की गहराई से जानकारी देने वाली यह पुस्‍तक पाठकों के मन में देश भक्ति की भावना भर देगी।

    हितेंद्र पटेल एक प्रतिष्ठित विद्वान हैं। वे रविन्‍द्र भारतीय विश्‍वविद्यालय, कोलकाता में शिक्षक हैं।

  • गांधी: एक चित्रमय जीवनी(गुजराती)

    • लेखक:बी. आर. नंदा
    • विषय:गांधीवादी
    • भाषा:गुजराती
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:125

    महात्‍मा गांधी की यह चित्रमय जीवनी तस्‍वीरों तथा पत्रों, समाचार पत्रों की रिपोर्ट एवं कार्टूनों से सजी हुई है। जिसमें महात्‍मा गांधी द्वारा भारतीय स्‍वतंत्रता संग्राम की गाथा बताई गई है।

    इसके लेखक पद्म विभूषण बी. आर. नंदा जाने माने इतिहास कार और लेखक हैं।

  • बलाला शौर्य गाथालू (तेलुगू)

    • लेखक:विजय गुप्‍ता
    • विषय:बाल साहित्‍य
    • भाषा:तेलुगू
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:38

    जाने माने आलोचक आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल ने हिन्‍दी भाषा को नए आयाम दिए हैं। उन्‍होंने हिन्‍दी के निबंध, साहित्यिक आलोचना और समीक्षा में चिर स्‍थायी योगदान दिए हैं। उन्‍हें हिन्‍दी साहित्‍य में विशिष्‍ट स्‍थान प्राप्‍त है।

  • द वेदिक लोर

    • लेखक:अखिलेश झा
    • विषय:नई पुस्‍तकें
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:105

    एक समय ऐसा था जब अन्‍य सभ्‍यताओं के लोगों ने गिनती करना भी नहीं सीखा था, वेदिक जन सभी प्रकार की गणनाओं से भली-भांति परिचित थे। वेदिक अवधि में हजारों वर्ष पहले भी हम अपना केलेण्‍डर उपयोग करते थे, जबकि यूरोपियन देश अपने केलेण्‍डर मात्र 500 वर्ष पहले बना सके। वेदों में हमें जुड़वा देवताओं, अश्विनी कुमार के बारे में जानते हैं, शल्‍य चिकित्‍सक जिन्‍हें पैर बदलने का श्रेय मिला। आयुर्वेद का आधार अथर्ववेद है, जिसे अब पूरी दुनिया मान्‍यता दे रही है। वेदों में परिवार, समाज, कृषि, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संगीत आदि के पक्षों पर जानकारी का खजाना है। इन रोचक तथ्‍यों को बच्‍चे भी पसंद करेंगे और इनमें पूछने-जिज्ञासा प्रकट करने की भावना पनपेगी।

    लेखक प्राचीन भारतीय संस्‍कृति और धर्म में गहरी रुचि के लिए विख्‍यात हैं।

  • मास मीडिया इन इंडिया 2008

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नई पुस्‍तकें
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:410

    जन संचार पर वार्षिक पुस्‍तकों की श्रृंखला में यह इक्‍कीसवां संस्‍करण मीडिया कर्मियों, नीति निर्माताओं, अनुसंधानकर्ताओं, शिक्षकों और पत्रकारिता के छात्रों के लिए मूल्‍यवान सूचना का एक उपयोगी स्रोत है।

    अनुसंधान संदर्भ और प्रशिक्षण विभाग द्वारा संकलित यह संदर्भ पुस्तिका केन्‍द्र और राज्‍य स्‍तर पर तथा व्‍यावसायिक संगठनों के बारे में अद्यतन जानकारी प्रदान करती है। जाने माने मीडिया कर्मियों द्वारा प्रस्‍तुत सारगर्भित लेख और व्‍यापक ग्रंथ सूची इस खण्‍ड को सूचना प्रद और पाठकों के लिए सहज बनाते हैं।

  • जगतील श्रेष्‍ठ लोक कथाएं- III (मराठी)

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नई पुस्‍तकें
    • भाषा:मराठी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:100

    मूल भाषा से हिन्‍दी में अनूदित, रमेश नारायण तिवारी द्वारा संकलित।

    य‍ह विश्‍व विभिन्‍न भागों से ली गई लोक कथाओं का संकलन है। प्राथमिक रूप से बच्‍चों पर केन्द्रित ये कहानियां हर आयु वर्ग से लेखकों को बांधे रखने का वचन देती हैं। मनोरंजन के अलावा ये विश्‍व के विभिन्‍न निवासियों की परम्‍पराएं और मान्‍यताओं की झलक भी दर्शाती हैं।

  • आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल (हिन्दी)

    • लेखक:मुक्‍ता, कुसुम चतुर्वेदी
    • विषय:जीवन कथाएं
    • भाषा:हिन्दी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:165

    जाने माने आलोचक आचार्य रामचंद्र शुक्‍ल ने हिन्‍दी भाषा को नए आयाम दिए हैं। उन्‍होंने हिन्‍दी के निबंध, साहित्यिक आलोचना और समीक्षा में चिर स्‍थायी योगदान दिए हैं। उन्‍हें हिन्‍दी साहित्‍य में विशिष्‍ट स्‍थान प्राप्‍त है।

  • पर्वतारोहण का रोमांच (हिन्‍दी)

    • लेखक:मनोहर पुरी
    • विषय:भूमि और लोग
    • भाषा:हिन्‍दी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:110

    पर्वतारोहण को सबसे अधिक रोमांचकारी मानवीय गतिविधि माना जाता है। परन्‍तु कल्‍पनाओं से परे यह एक उच्‍च तकनीकी और कौशल की मांग करने वाली गतिविधि है।

    लेखक मनोहर पुरी एक सरल और सुप्रवाही शैली में लिखते हैं, इसमें उन्‍होंने न केवल रोमांच को उभारा है बल्कि पर्वतारोहण की तकनीक और कौशल के पक्षों को भी प्रस्‍तुत किया है।

  • ए थॉट फॉर द डे - एम. के. गांधी (पुन: मुद्रित)

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Hard Binding
    • कीमत:145

    महात्‍मा गांधी सदैव एक व्‍यस्त व्‍यक्ति रहें, उन्‍होंने लगभग 2 वर्षों तक (20 नवम्‍बर 1944 से 10 अक्‍तूबर 1946 तक) हर दिन कुछ मिनट का समय निकाल कर यह पुस्‍तक ए थॉट फॉर द डे लिखी जो आरंभ में आश्रम के एक निवासी को समझाने के लिए लिखी गई थी, जिनका नाम था श्री आनंद टी हिंगोरानी - जिन्‍होंने बाद में इसे एक खण्‍ड के रूप में तैयार किया। ये विचार महात्‍मा गांधी की अपनी हस्‍त लिपि में लिखी गई बातों का संकलन हैं, इन्‍हें हिन्‍दी में रूपांतरित किया गया और साथ ही अंग्रेजी में भी रूपांतरित किया गया।

    इस संकलन में बापू द्वारा बताई गई घटनाओं के विवरण और अभिव्‍यक्‍त भावनाओं से मानसिक परेशानी से गुजरने वाले लोगों को निश्चित रूप से आत्मिक बल पाने में सहायता मिलेगी।

  • फैंटम टेल्‍स

    • लेखक:विरेश्‍वर भट्टाचार्य
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:पंजाबी
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:65

    कुछ कहानियां किसी समय सीमा में बांधी नहीं जा सकती है। जब कभी हम इन्‍हें पढ़ते या सुनते हैं वे सभी पहलुओं में एक नए रूप में उभर कर आती है। फेंटम की कहानियां ऐसी ही कुछ कहानियों में से एक है। इस पुस्‍तक में विरेश्‍वर भट्टाचार्य ने फेंटम की 17 कहानियों को संकलित किया है। यह संग्रह इस प्रभाग की सर्वोत्तम लोकप्रिय पुस्‍तकों में से एक है।

  • विश्व की श्रेष्‍ठ कुल कथाएं भाग-II (मलयालम)

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:मलयालम
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:125

    विश्‍व की श्रेष्‍ठ लोक कथाएं भाग-II (मलयालम) का अनुवाद मूल हिन्‍दी भाषा से किया गया है, जिसका संकलन विमला रस्‍तोगी ने किया है।

    यह विश्‍व के अलग अलग भागों की लोक कथाओं का एक संकलन है। प्राथमिक रूप बच्‍चों पर लक्षित इन कहानियों में सभी आयु वर्गों के समूहों को प्रभावित करने की क्षमता है। मनोरंजन के अलावा ये विश्‍व के विभिन्‍न देशों के निवासियों में प्रचलित परम्‍पराओं और मान्‍यताओं की एक झलक भी देती है।

  • सरोजनी नायडू (बीएमआई बंगाली)

    • लेखक:तारा अली बेग
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:बंगाली
    • दिनांक:2008
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:205

    सरोजिनी नायडू (बीएमआई) ने मूल भाषा में अंग्रेजी में अनुवाद किया।

    सरोजिनी नायडू मूलत: एक कवियत्री थीं। उन्‍होंने अंग्रेजी साहित्‍य में शैली-कीट्स टेनिसन के पश्‍चात वाले समय को अपने गीतों में पिरोया है। हमारे देश में उन्‍हें रविन्‍द्र नाथ टैगोर के बाद का स्‍थान प्राप्‍त है और महात्‍मा गांधी ने उन्‍हें "भारत कोकिला" का नाम दिया। उन्‍होंने श्री गोखले और महात्‍मा गांधी के प्रभाव में स्‍वतंत्रता के संग्राम में भाग लिया। उनका सपना था हिन्‍दु - मुस्लिम एकता, जिसके लिए उन्‍होंने अथक प्रयास किया। महिलाओं का सशक्‍तीकरण और उन्‍हें समान अधिकार सुनिश्चित करना उनके मन की इच्‍छा थी। उनके द्वारा शुरू किया गया यह कार्य अब भी जारी है।

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