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  • सरदार वल्लभभाई पटेल (बीएमआई) (बांग्ला)

    • लेखक:आई.जे. पटेल
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:बांग्ला
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:120

    इस पुस्तक को इसके अंग्रेजी के मूल संस्करण से अनूदित किया गया है।

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    सरदार पटेल स्वतंत्रता संघर्ष के सबसे बड़े नेताओं में से थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उन्होंने भारतवर्ष की सभी रियासतों का भारत संघ में सफलतम विलय करवाया था। ये उन्हीं की मेहनत का फल है कि आज हमारे देश की एक संघीय पहचान है। इसे भारत देश के नाम से जाना जाता है। उनकी जीवन शैली अत्यंत सादगीभरी थी, जिसे अनुकरणीय माना जाता है।

    प्रख्यात विद्वान और लेखक आई. जे. पटेल ने उनकी जीवनी लिखी है।

  • बच्चों की महाभारत

    • लेखक:मथुरम भूथालिन्गम
    • विषय:नई किताब
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:65

    महाभारत विश्व के महान महाकाव्यों में से एक है। साज़िश, षड्यंत्र, ईर्ष्या, वीरता और प्रतिस्पर्धा की कहानियों से भरा महाकाव्य, उस समय के भारतीय समाज के बारे में गहन ज्ञान देता है।

    दर्शन और पौराणिक कथाओं के जाने माने तमिल और अंग्रेजी लेखक मथुरम भूथालिन्गम ने बच्चों के लिए वेदव्यास के महाकाव्य की कथा कही है। उनकी सुबोध कथाशैली पुस्तक को युवाओं के लिए दिलचस्प बनाती है।

  • भारतीय लोक कथाएं

    • लेखक:मुल्क राज आनंद
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:55

    इस पुस्तक में भारतीय लोक कथाओं के बनने और उनकी विकास यात्रा से संबंधित आठ मनोरम कहानियां हैं। इसमें बताया गया है कि कैसे ये कथाएं पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ती गईं। ये कहानियां हमारे देवी-देवताओं, नायकों, राक्षसों, चुड़ैलों, परियों, पक्षियों, जानवरों और पुष्पों पर कहीं गई थीं और कहानी सुनाने वालों द्वारा इन्हें कल्पनाशीलता के आधार पर बनाया गया था, जिनका मुख्य उद्देश्य बच्चों का मनोरंजन और उन्हें शिक्षित करना था। इन कहानियों को सुनाने वाला इसे बड़े ही रोचक तरीके से सुनाता था।

    अंग्रेजी के जाने माने लेखक और पुरस्कार विजेता मुल्कराज आनंद ने इस किताब को लिखा है। आनंद को उपन्यासकार के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि उन्होंने कई उपन्यास और संक्षिप्त कहानियां लिखीं पर उनका सबसे चर्चित उपन्यास अनटचेबल और कुली था। आनंद को अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार, पद्म भूषण और साहित्य अकादमी पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है।

  • भगत सिंह : अमर विरोधी (पंजाबी)

    • लेखक:मलविंदरजीत सिंह वराइच
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:पंजाबी
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:200

    भगत सिंहः शाश्वत क्रांतिकारी

    भगत सिंह की जगह हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास और देशभक्त क्रांतिकारियों में अनूठी है। उनका जन्म क्रांतिकारी देशभक्त परिवार में हुआ था और वो राष्ट्रवादी कम्युनिस्ट विचारधारा को मानते थे। अपने छोटे से जीवनकाल में उन्होंने अंग्रेजी दासता का पुरजोर विरोध किया और वो किसी भी तरह के उत्पीड़न को गलत मानते थे।

    आखिर में उन्होंने अपने क्रांतिकारी साथियों के साथ मिलकर फांसी के फंदे को चूमा और आखिरी समय तक इंकलाब को बुलंद किया। उस समय उन्हे अपने साथियों के बीच और स्थानीय स्तर पर काफी ख्याति मिली। यहां तक कि युवाओं के लिए वो हमेशा के लिए आदर्श बन गए।

    वराइच की भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर काफी गहरी पकड़ है। वो स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े लोगों और शहीदों की विचारधारा का सम्मान करते हैं और कॉमरेडों की नजदीकी एवं भगत सिंह के परिजनों से दोस्ती की वजह से उनकी लिखी यह भगत सिंह की आत्मकथा और भी अमूल्य हो जाती है।

  • जवाहरलाल नेहरूः सचित्र जीवचरित्रम

    • लेखक:बी.आर. नंदा
    • विषय:नई किताब
    • भाषा:मलयालम
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:135

    यह किताब सर्वकालिक महानतम भारतीयों में से एक जवाहरलाल नेहरू पर आधारित चित्र और शब्दों का दस्तावेज है। जवाहर लाल नेहरू के बहुआयामी व्यक्तित्व की झलक उनके बचपन से ही मिलती है। उन्होंने महात्मा गांधी के नेतृत्व में लोगों की आकांक्षाओं के साथ खुद को जोड़ा। फिर भारत की आजादी के अभियान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और देश के पहले प्रधानमंत्री के रूप में आधुनिक भारत के निर्माण के पूरे प्रयास किए।

    बी.आर. नंदा एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। उन्होंने महात्मा गांधी: एक जीवनी; गांधी और नेहरू; गोखले: भारतीय नरमपंथी और ब्रिटिश राज तथा अन्य किताबें भी लिखी हैं।

  • इंडिया इसई ओरू अरिमुगम

    • लेखक:बी चैतन्य देवा
    • विषय:नई किताब
    • भाषा:तमिल
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:310

    बी. चैतन्य देव की अंग्रेजी पुस्तक ‘एन इंट्रोडक्शन टु इंडियन म्यूजिक’ का तमिल भाषा में अनुवाद है।

    पश्चिमी लोगों के लिए भारतीय संगीत एक ऐसी मधुर धुन है जिसकी कोई निश्चित शुरुआत या अंत नहीं है। बहुत से भारतीय भी संगीत को आवाज का करतब जैसा समझते हैं क्योंकी इसकी तकनीकी बारीकियां किसी को भी चौंकाने वाली लग सकती हैं। पुस्तक के इस संस्करण में परंपरागत भारतीय संगीत - उत्तर भारत की हिंदुस्तानी शैली और दक्षिणी भारत की कर्नाटकीय शैली का परिचय प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक देशी और विदेशी पाठकों के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका का निर्वहन करेगी। पुस्तक की मदद से वे भारतीय संगीत को अच्छे से समझ सकेंगे।

    इस पुस्तक में दस अध्याय हैं। पुस्तक के इन अध्यायों में भारतीय संगीत के राग, ताल, रचना, और शैली जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें गायन और वादन दोनों पहलुओं पर बराबर ध्यान दिया गया है। पुस्तक में संगीत पटल पर तब और अब के परिदृश्य में आए बदलाव के तहत विकास, संरचना और सौंदर्यमूलक तत्वों के अध्ययन की जानकारी भी दी गई है। अग्रणी संगीतकारों और संगीतशास्त्रियों के योगदान की चर्चा पुस्तक का एक आकर्षक पहलू है। पुस्तक के अंत में दी गई डिस्कोग्राफी पाठकों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।

  • भारतीय गजट - इतिहास और संस्कृति - भाग दो

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:संदर्भ पुस्तक
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:525

    गजट का यह भाग भारतीय इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी प्रदान करता है। इस भाग में भारतीय लोगों के सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और कलात्मक जीवन पर प्रकाश डाला गया है। इस काम के लिए पूरी तरह से भारतीय नज़रिये का अनुसरण किया गया है। आर्थिक जीवन, समाज, धर्म, साहित्य, कला और स्थापत्य के साथ-साथ जहां कहीं आवश्यक है राजनीतिक पृष्ठभूमि की भी जानकारी दी गई है। मूल पुस्तक की भूमिका और पहले संस्करण की प्रस्तावना को बरकरार रखा गया है।

  • भारत-2010

    • लेखक:प्रकाशन विभाग
    • विषय:नई किताब
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:345

    इंडिया यानी भारत न सिर्फ विविधताओं वाला देश है बल्कि कई खासियतों वाला एक उपमहाद्वीप भी है। भारत 2010 किताब के जरिए आपको देश का वार्षिक प्रतिवेदन तो मिलेगा ही साथ यह भी जानकारी मिलेगी कि आर्थिक, ग्रामीण और शहरी विकास, उद्योग और अधोसंरचना, कला व संस्कृति, स्वास्थ्य, रक्षा, शिक्षा, जनसंचार इत्यादि में कैसा और कितना विकास हुआ है और भावी योजनाएं क्या हैं। इसमें आपको विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र की नई जानकारियों से भी अवगत कराया गया है।

    किताब में सामान्य ज्ञान, समसामयिक, खेल, वर्ष के प्रमुख आयोजन और बीते वर्ष की प्रमुख घटनाओं पर भी प्रकाश डाला गया है। इस किताब में सटीक जानकारियों और आंकड़ों का संकलन किया गया है, जो छात्रों और शोधार्थियों के लिए निश्चित ही उपयोगी साबित होगी।

  • सर छोटू राम - प्रेरक व्यक्तित्व की गाथा

    • लेखक:बलबीर सिंह
    • विषय:आत्मकथायें
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:190

    सर छोटू राम सन् 1920-45 के बीच अविभाजित पंजाब में अपनी योजनाओं और कृषि संबंधी सुधारों के लिए जाने जाते हैं। भूमिहीन किसानों को उन्होंने निःशुल्क कानूनी सलाह उपलब्ध करवायी। यहां तक की उनके द्वारा चालू किए गए सुधार आज तक उपयोगी बने हुए हैं।

    वह देश की एकता और अखंडता के पक्के समर्थक थे। उन्होंने एक बार कहा भी था कि विभाजित देश के विखंडन का खतरा रहता है। उन्होंने चेताया था कि विभाजन से देश के समाज को नुकसान पहुंचाएगा और समूचे देश को बरबाद कर देगा। और अंत में देश को आपसी एकजुटता, दूरदर्शिता और समझ की कमी का दुःखद परिणाम झेलना पड़ा।

    लेखक एक शिक्षाविद् हैं जिन्होंने धर्म, दर्शन, पैरासायकालाजी और इतिहास पर कई किताबें लिखी हैं।

  • भारतीय पोषाक

    • लेखक:ए बिस्वास
    • विषय:कला, संस्कृति और इतिहास
    • भाषा:बंग्ला
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:215

    पोषाक समाज की संस्कृति का परिचायक होती है। इससे किसी भी समाज की रीतियों, अभिरूचियों या दूसरों शब्दों में कहें तो सौंदर्यबोध और जीवन के तौर-तरीकों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल जाती है। इसके अलावा यह लिंग, उम्र, वर्ग, जाति, धर्म, क्षेत्र, व्यवसाय और अवसरों के बारे में भी जानकारी अपने-आप ही दे देती है। इसके अलावा समुदाय विशेष की पाषाकों में इस बात पर भी ध्यान दिया जाता है कि शरीर के कौन से अंग ढ़ंक के रखे जाएं और किन्हें खुला। सही अर्थों में यह समय और समाज के पहनावे का दर्पण है।

    यह पुस्तक अपनी विविधता के लिए प्रसिद्ध भारत की पहनावा संस्कृति के बारे में विस्तार से प्रकाश डालती है।

  • बदरुद्दीन तैयबजी

    • लेखक:ए जी नूरानी
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:110

    बदरुद्दीन तैयबजी (1803-1906) 19वी शताब्‍दी के अंत में भारत के एक प्रमुख नेता थे जब देश आजादी की शुरूआती जंग के चरण में था। तैयबजी अनेक प्रतिभाओं के व्‍यक्ति थे - वे एक बड़े नेता, समाज सुधारक, शिक्षाविद और कानून के ज्ञाता थे। उन्‍हें बॉम्‍बे उच्‍च न्‍यायालय का प्रथम भारतीय अधिवक्‍ता होने का गौरव प्राप्‍त है। वे हिन्‍दू- मुस्लिम एकता के प्रबल समर्थक थे। तैयबजी का विश्‍वास था कि सांस्‍कृतिक और धार्मिक विविधताएं देश के हितों को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया में आड़े नहीं आनी चाहिए। उन्‍होंने धर्मनिरपेक्षता की संकल्‍पना ऐसे समय पर प्रसारित की जब देश के राजनैतिक मामलों में इसका बहुत कम महत्‍व था। तैयबजी ने नव गठित भारतीय राष्‍ट्रीय कॉन्‍ग्रेस को मजबूत बनाने में एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई और मद्रास, चेन्‍नई में इसके तीसरे सत्र (1887) की अध्‍यक्षता की।

    ए जी नूरानी ने इस महान व्‍यक्ति की गहरी जानकारी प्रस्‍तुत की है।

  • भारत में कानूनी परिदृश्य में बच्चे

    • लेखक:निर्मला कृष्‍णमूर्ति
    • विषय:बाल साहित्‍य
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:75

    इस पुस्‍तक में तनाव ग्रस्‍त बच्‍चों के सामने आने वाली समस्‍याओं और बच्‍चों के अधिकारों पर गहरी अंतरदृष्टि प्रदान की गई है। इसमें शोषण, बंधुआ मजदूर, जोखिमवालों व्‍यवसायों में काम करने वाले बच्‍चों, बच्‍चों के अधिकारों के उल्‍लंघन और उपयोगी तथा सूचनाप्रद तरीके से मौजूदा राष्‍ट्रीय एवं अंतरराष्‍ट्रीय साधनों पर जानकारी की गई है। इन मुद्दों पर कानूनी नजरिए के अलावा बालश्रम को समाप्‍त करने के लिए आवश्‍यक सामाजिक पक्षों पर भी विचार किया गया है। यह पुस्‍तक छात्रों, अध्‍येताओं, सरकार और गैर सरकारी संगठनों के लिए काफी सहायक सिद्ध होगी जो बाल कल्‍याण के क्षेत्र में कार्यरत हैं।

    निर्मला कृष्‍णामूर्ति को बच्‍चों से जुड़े कानूनी मुद्दों पर काम करने का एक लंबा अनुभव है। वे बच्‍चों और महिलाओं के विकास से संबंधित विषयों पर लिखती हैं।

  • स्टेम सेल की सुर्खियां और आशा

    • लेखक:के ए सागर
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:175

    इस पुस्‍तक में विभिन्‍न प्रकार की स्‍तंभ कोशिकाओं के मूलभूत विज्ञान और जीव विज्ञान को खोजने के प्रयास के साथ इसके अनुप्रयोग संबंधी पक्षों को भी विस्‍तार से खोजने का प्रयास किया गया है, विशेष रूप से प्रतिरोपण और पुनर्जनन चिकित्‍सा की तेजी से विकसित होती शाखा में इन अनोखी कोशिकाओं के महत्‍वपूर्ण उपयोग को ध्‍यान में रखा गया है। इन नवीन स्‍तंभ कोशिकाओं का उपयोग चिकित्‍सा कार्य व्‍यवस्‍थाओं में स्‍तंभ कोशिका बैंकिंग से लेकर कैंसर, मधुमेह, हृदय रोगों आदि के इलाज तक को समझाया गया है।

    स्‍तंभ कोशिका अनुसंधान के आस पास जुड़े नैतिकता के बहुत अधिक विवादित तथा उच्‍च विस्‍फोटन वाले मुद्दे को भी संबोधित करने का प्रयास किया गया है, खास तौर से भ्रूण स्‍तंभ कोशिका अनुसंधान। इसके अलावा पुस्‍तक में यह भी बताया गया है कि अनेक नैतिकता की दुविधाओं और चुनौतियों में किस प्रकार निपटा जाए जो विज्ञान की इस शाखा को ऐसे अनेक वचनों के बारे में आशा दिलाती है, जिनके बारे में मूलभूत अनुसंधानकर्ता तथा अनेक गंभीर रोगों से ग्रसित व्‍यक्तियों को उम्‍मीद की किरण दिखाई देती है, जिन्‍हें अब तक इलाज के परे माना जाता है।

    लेखक ने मुम्‍बई विश्‍वविद्यालय से अनुप्रयुक्‍त जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी में पीएचडी किया है।

  • सेलिब्रेटिंग सीज़न्‍स

    • लेखक:संथिनी गोविंदन
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:60

    मौसमों की दुनिया बेहद अनोखी है और इस पुस्‍तक में आपके लिए इन सबकी जानकारी एक मनमोहक तरीके से प्रस्‍तुत की गई है। सूर्य जो एक स्‍वार्थी राजा कहा जाता है पृथ्‍वी पर अपनी मनपसंद चीज़ें चुनने के बारे में बेहद अधिकार की भावना रखता है, बारिश जो स्‍वर्ग का एक छोटा राजा कहा जा सकता है और जो नम बादलों केसाथ हर नदी और झील से पानी भर कर बूंदें बिखेरता है, एक अन्‍य राजा है ठण्‍ड का मौसम जो अपनी कुर्सी पर बैठ कर दरबारियों का रूख देखता है, बर्फ के कतरे जो पहाड़ों से गिर कर आस पास पूरे क्षेत्र को सफेद चादर से ढक देते हैं और चारों ओर ठण्‍डक लाते हैं, पवन देव हर जगह मौजूद है और वे आकाश की अनंत ऊंचाइयों को नापते हैं, खुशनुमा वसंत जो अपने साथ सुंदर रंग भरे फूलों का मौसम लेकर आता है . . . प्रकृति के लिए मौसमी बदलाव इस पुस्‍तक में सुंदर ढंग से प्रस्‍तुत किए गए हैं और उनका काल्‍पनिक चित्रण आपको प्रकृति के समीप ले जाता है। संथिनी गोविंदन की अनेक पुस्‍तकें प्रकाशित की गई है और बाल साहित्‍य में उन्‍हें अनेक पुरस्‍कार मिले हैं तथा उन्‍होंने बच्‍चों के लिए 35 से अधिक पुस्‍तकें लिखी हैं। उन्‍हें बच्‍चों का साहित्‍य लिखने के लिए भारत सरकार से दो अध्‍येतावृत्तियां प्रदान की गई हैं। मुम्‍बई में रहने वाली सुश्री गोविंदन में भारत और विदेश के समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में बच्‍चों के लिए अनेक कहानियां लिखी हैं।

  • अर्थ इन पेरिल

    • लेखक:पी एस गोपीनाथन नायर
    • विषय:नए आगमन
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2009
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:155

    अब हमें ऐसे बैरोमीटर की जरूरत है जो हमारे बिगड़ते पर्यावरण को माप सके। हमारी अपनी इंद्रियां ही अब चेतावनी का संकेत दे रही है। वे हमें बता रही है कि कुछ असामान्‍य हो रहा है। अर्थ इन पेरिल पुस्‍तक में हमारे अस्तित्‍व से जुड़े इन्‍हीं मुद्दों को गहराई से जानने का प्रयास किया गया है। इस पुस्‍तक मे पर्यावरण को होने वाले नुकसान और उनके संभावित सुधार के उपाए प्रस्‍तुत किए गए हैं। एक वैश्विक रूपरेखा देते हुए लेखक ने इस पूरी घटना को भारतीय परिदृश्‍य के संदर्भ में प्रस्‍तुत किया। लेखक इस विषय के विशेषज्ञ हैं। उन्‍होंने पर्यावरण संबंधी अनेक विषयों पर पुस्‍तकें लिखी हैं।

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