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  • संयुक्त राष्ट्र बच्चों के लिए

    • लेखक:हरिकृष्ण देवसरे
    • विषय:बाल साहित्य
    • भाषा:अंग्रेज़ी
    • दिनांक:2013
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:55

    एक ऐसी पुस्तक जो संयुक्त राष्ट्र संगठन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बच्चों को शिक्षित करती है।

  • इतिहास का निर्धारण - संदर्भ और परिप्रेक्ष्य

    • लेखक:भूपेंद्र यादव
    • विषय:कला, संस्कृति और इतिहास
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2013
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:260

    इस पुस्तक में लेखक भूपेंद्र यादव, जो पेशे से एक इतिहास शिक्षक है, जो इतिहास लेखन के संदर्भ में बदलते दृष्टिकोण का अंतर अनुशासनात्मक सर्वेक्षण किया है।

  • डायबिटीज़ दे नाल जीन दी कला (पंजाबी)

    • लेखक:डॉ. यतीश अग्रवाल
    • विषय:विज्ञान और प्रौद्योगिकी
    • भाषा:पंजाबी
    • दिनांक:2012
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:175

    पुस्‍तक लिविंग विद डायबिटीज में मधुमेह और रक्‍त में चीनी के नियंत्रण की रोकथाम के लिए एक पूरी रूपरेखा दी गई है। इसमें शुरूआती संकेतों, नई दवाओं, स्‍वस्‍थ भोजन, प्रभावी व्‍यायाम कार्यक्रमों, योगासनों और विभिन्‍न जटिलताओं से सुरक्षा के मार्गों की जानकारी और अंतर्दृष्टि प्रदान की गई है। इसमें मधुमेह से प्रभावी स्‍वस्‍थ जीवन के लिए सुझाव बताए गए हैं। इतना ही नहीं इसमें स्‍वस्‍थ भोजन के लिए चटपटे व्‍यंजनों का भी एक अनुभाग है।

    लेखक, डॉ. यतीश अग्रवाल एक वरिष्‍ठ चिकित्‍सक, प्रोफेसर, अनुसंधानकर्ता और स्‍वास्‍थ्‍य कॉलम लेखक है। उनकी पुस्‍तकों, लेखों, टेलीविजन शो, रेडियो कार्यक्रमों और स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी कॉलम पर उन्‍हें अनेक प्रतिष्ठित राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार प्रदान किए गए हैं, जिसमें इंदिरा गांधी राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार, राजीव गांधी राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार और राष्‍ट्रीय विज्ञान पुरस्‍कार तथा अन्‍य अनेक शामिल है। डॉ. अग्रवाल नई दिल्‍ली में स्थित सफदरजंग अस्‍पताल तथा वर्धवान महावीर चिकित्‍सा महाविद्यालय में कार्य तथा अध्‍यापन करते हैं।

  • अधि चुंज वाली चिड़ी (पंजाबी)

    • लेखक:डॉ. जगतार जीत
    • विषय:बाल साहित्य
    • भाषा:पंजाबी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:75

    इस पुस्‍तक में 7 कहानियां है। ये रंग बिरंगी कहानियां जंतु जगत के बारे में जो काव्‍यात्‍मक संकल्‍पना से समृद्ध है। इन कहानियों के सभी चरित्रों को एक अत्‍यंत संवेदनशील रूप से चित्रित किया गया है। जीवंत शैली में बताई गई इन कहानियों को छोटे और बड़े सभी पाठक पसंद करेंगे।

    डॉ. जगतार जीत, एक कवि और जाने माने चित्रकार हैं जिन्‍होंने पंजाबी में बच्‍चों के लिए अनेक पुस्‍तकें लिखी हैं। उन्‍हें अपने कार्यों के लिए अनेक पुरस्‍कार दिए गए हैं।

  • युग पुरुष सरदार स्‍वर्ण सिंह (पंजाबी)

    • लेखक:डॉ. मोहम्‍मद इ‍दरिस
    • विषय:भूमि और लोग
    • भाषा:पंजाबी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:155

    सरदार स्‍वर्ण सिंह एक महान सांसद थे, जिन्‍होंने 24 वर्षों के अधिक समय में संसद में अपने मूल्‍यों, प्रतिष्‍ठा और सम्‍मान को बनाए रखा। राष्‍ट्र निर्माण के प्रति उनका योगदान असाधारण है। देश की रक्षा और विदेश नीतियों के निर्धारण तथा कार्यान्‍वयन में उनकी भूमिका तुलना योग्‍य नहीं है। स्‍वर्ण सिंह का आचरण सदैव मर्यादित रहा और उन्‍होंने समर्पण और वचनबद्धता के साथ देश की सेवा की। अपनी बुद्धिमत्ता और चतुराई से उन्‍होंने अपने विविधता से भरे जीवन में सभी स्‍थानों पर अपना एक विशिष्‍ट स्‍थान बनाए रखा। धर्म निरपेक्ष विचार धारा, सरलता और परिश्रम सरदार स्‍वर्ण सिंह के व्‍यक्तित्‍व की विशेषताएं थीं।

    डॉ. इदरिस पंजाब विश्‍वविद्यालय, पटियाला में इतिहास पढ़ाते थे। युग पुरुष सरदार स्‍वर्ण सिंह – डॉ. मोहम्‍मद इ‍दरिस द्वारा लिखी गई जीवन कथा है जो विद्धानों तथा आम पाठक के लिए एक समान रूप से एक संदर्भ स्रोत है। डॉ. इ‍दरिस को 2010 में साहित्‍य और समाज सेवा के लिए पंजाब राज्‍य पुरस्‍कार भी प्रदान किया गया है।

  • राजगुरू एक अजय क्रांतिकारी

    • लेखक:अनिल वर्मा
    • विषय:कला, संस्कृति और इतिहास
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:122

    शिवराम हरिराम राजगुरू का जन्‍म 24 अगस्‍त 1908 को महाराष्‍ट्र के गांव खेड में हुआ था। वे भारतीय स्‍वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महान योद्धा थे। अपनी मातृ भूमि के लिए स्‍वतंत्रता का संघर्ष ही उनके जीवन का एक मात्र लक्ष्‍य था। वे अपने देश के लिए सर्वोच्‍च बलिदान पर दृढ़ निश्‍चयी थे। इसके बावजूद प्रतिकूलता के दौर में भी वे हमेशा प्रकृति मां से जुड़े रहे।

    यह पुस्‍तक न केवल राजगुरू की जीवन कथा है बल्कि यह क्रांतिकारियों के सामने आए संघर्ष पर एक गहरी अंतर्दृष्टि भी प्रदान करती है। जबकि ब्रिटिश सरकार ने भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को 23 मार्च 1931 को फांसी पर चढ़ा दिया।

  • आश्‍चर्यजनक समुद्री दुनिया

    • लेखक:डॉ. सुकन्‍या दत्ता
    • विषय:भूमि और लोग
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:185

    समुद्र जादुई, अनुमान से परे और माफ न करने वाले होते हैं। फिर भी इसकी तरंगे एक ऐसी भाषा बोलती हैं जिन्‍हें नियंत्रित करना कठिन है। पानी के नीचे एक ऐसी दुनिया है जिसमें आश्‍चर्य भरे हुए हैं. . . एक ऐसी दुनिया जिसमें अनोखे रंग और रंगीन अंधेरे हैं, अतुल्‍य गतिशीलता की कठोरता के साथ अपार स्थिरता है। यह ऐसा स्‍थान है जहां खनिजों के विशाल जमाव खोज की प्रतीक्षा में है, एक ऐसा स्‍थान जहां आग बर्फीले ठण्‍डे पानी से मिलती है, जहां पानी के नीचे ज्‍वालामुखी फटते हैं और यहां के अधिकांशवासी अनजान और बेनाम रहते हैं।

    डॉ. सुकन्‍या दत्ता पेशे से वैज्ञानिक हैं, जिन्‍होंने इस पुस्‍तक के माध्‍यम से पाठकों को समुद्री तरंगों के नीचे गहरे पानी और समय के माध्‍यम से एक शानदार यात्रा कराई है। इस पूरी यात्रा में अनेक रहस्‍यमय अनजाने में की गई अनेक खोलों के बारे में बताया गया है। समुद्री दुनिया में यह पूरी गाथा बताई गई है कि सर्व प्रथम महा सागर कैसे बने और पानी की इस दुनिया के सभी आयामों पर विस्‍तार से जानकारी दी गई है : भौगोलिक, भौतिक, रासायनिक, जैविक पर्ते, जो समुद्र के रहस्‍य खोलती हैं।

    समुद्रों का आकर्षण नियं‍त्रण से परे है।

  • बिहारी सतसई - एक समीक्षा

    • लेखक:सुदर्शन कुमार कपूर
    • विषय:कला, संस्कृति और इतिहास
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:705

    सतसई (सात सौ दोहे) कवि बिहारी द्वारा लिखित 17वीं शताब्दी। की शुरूआत का एक प्रसिद्ध कार्य है। इसमें भक्ति, नैतिकता और प्रेम पर दोहे शामिल हैं। इसे हिन्दी साहित्य के रीति काल की एक महत्वपूर्ण कृति माना जाता है। आज जय देव के गीतगोविंद के रूप में इसका आयोजन किया गया है।

    कवि बिहार की सतसई का उद्भव गुप्तृ प्रेम संबंध्‍ा के रूप में हुआ। अम्बेंर के राजा जय सिंह ने अपनी युवा पत्नी् के प्रेम में डूब कर अपने राज्ये के कर्तव्योंअ तथा अपनी अन्य पत्नियों के प्रति रुचि को खो दिया था। उनके कुछ मंत्रियों और उनकी वरिष्ठत पत्नी ने बिहारी को महाराजा की शैया के लिए लाई गई पंखुडि़यों के बीच छुपा कर कुछ दोहे भेजने के लिए कहा था। इन पंक्तियों को पढ़ते समय राजा को पुरानी बातें याद आईं। उन्होंने बिहारी से प्रतिदिन कुछ दोहे लिखने के लिए कहा और वे हर बार इनके लिए सोने का एक सिक्काे इनाम देते थे।

    इस प्रकार बिहारी सतसई के संग्रह का जन्म हुआ - जो एक कवि की ओर से प्रभाव डालने और राजा को काम सुख के आनंद के सागर से वापस लाने की आवश्‍यकताओं में से एक थी।

  • देशबंधु चित्तरंजन दास (बीएमआई)

    • लेखक:हेमेंद्र नाथ दास
    • विषय:आत्मकथाएँ
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:115

    देशबंधु चितरंजनदास 20वीं शताब्दी के दूसरे दशक के दौरान भारत के राजनैतिक मंच पर प्रकट हुए और हमारी आजादी के संघर्ष में एक नए युग की शुरूआत हुई। एक कवि, वकील और उच्चु प्रतिष्ठा् के व्यकक्तित्वक, सीआर दास "स्वराज को न केवल एक वर्ग बल्कि विशाल जन समूह" के लिए चाहते थे। इन्होंने वकालत के आकर्षक पेशे को छोड़ दिया और अपनी पूरी संपत्ति राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दी।

    जबकि उनकी मृत्युक कम आयु में हो गई, फिर भी उनका नाम आधुनिक भारत के महान निर्माता के रूप में सदैव चमकता रहेगा।

    लेखक, डॉ. हेमेंद्रनाथ दास गुप्तार, जो उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते थे, उन्होंने श्री दास की संक्षिप्त जीवनी लिख कर एक महान सेवा की है।

  • हमारे स्काउट और गाइड

    • लेखक:आर.एस. मिश्रा
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:85

    इस शब्‍द संग्रह में जानकारी पाने के लिए स्‍काउटिंग शब्‍द के अर्थ दिए गए हैं। एक स्‍काउट को ऐसे व्‍यक्ति के रूप में दर्शाया गया है जो अन खोजे इलाकों में नए रास्‍ते खोजता है। वह आम तौर पर किसी व्‍यक्ति या किसी चीज़ को पाने के लक्ष्‍य के साथ खोजबीन करता है। एक बालिका गाइड को ऐसे व्‍यक्ति के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो नेतृत्‍व, निर्देश या सलाह देकर आगे बढ़ाती है, जो अन्‍य लोगों के लिए आदर्श के रूप में कार्य करती है, जैसे कि सदाचार।

    स्‍काउटिंग और गाइडिंग कई सौ वर्ष पुराना आंदोलन है जिसमें दुनिया भर के लाखों बालक और बालिकाएं शामिल हैं। इस पुस्‍तक में इसकी वृद्धि और विकास के विभिन्‍न चरण बताए गए हैं। इसमें स्‍काउट सम्‍मेलन, जम्‍बो रेस और रैली आदि का विस्‍तृत विवरण है जिन्‍हें राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर आयोजित किया गया।

    लेखक एक अनुभवी स्‍काउटर रहे हैं और उन्‍हें अनेक प्रकार की गतिविधियों के आयोजन का पर्याप्‍त अनुभव है।

  • भारत के मंदिर: मिथक और किवदंतियां

    • लेखक:मथुराम भूतलिंगम
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:115

    इस पुस्तक के लेखक मथुराम भूतलिंगम, पाठकों को ऐसी अनूठी यात्रा पर ले जाते हैं, जिसमें भारत के उत्तर से दक्षिण तक के सभी महत्वपूर्ण मंदिरों का वर्णन है। पुस्तक का मुख्य पात्र यमनी भगवान गणेश के साथ उनकी सवारी चूहे पर यात्रा करता है। यह पुस्तक न केवल बच्चों बल्कि बड़ों के लिए भी दिलचस्प है, जो इन मंदिरों से जुड़े मिथक और किवदंतियों के बारे में जानना चाहते हैं।

  • भारत में जल संसाधन का संक्षिप्त इतिहास

    • लेखक:श्री कृष्णन
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:English
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:70

    जल ही जीवन है। फिर भी पूरी दुनिया में एक अरब से अधिक लोगों के लिए पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है। इस पुस्तक में प्राचीन काल से आधुनिक समय तक भारत में जल संसाधन के इतिहास की झलक प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। लेखक श्री कृष्णन पेशे से शिक्षक हैं। इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने दुर्लभ वस्तु-जल के संरक्षण की जरुरत पर प्रकाश डाला है। उनके द्वारा प्रस्तुत ऐतिहासिक विवरण प्राचीन काल में वैज्ञानिक क्षमताओं और भविष्य की पीढियों के लिए जल संरक्षण पर सोचने को विवश करता है।

  • गुरू नानक से गुरू ग्रंथ साहिब तक (गुजराती)

    • लेखक:डॉ. महीप सिंह
    • विषय:कला, संस्कृति और इतिहास
    • भाषा:गुजराती
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:160

    गुरू नानक से गुरू ग्रंथ साहिब तक (गुजराती) मूल पुस्तक हिंदी में है और डॉ. महीप सिंह ने इसका गुजराती में अनुवाद किया है।

    इस देश के इतिहास को आकार देने में सिक्ख धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका है। “गुरू” शब्द की विशिष्ट परिभाषा है। जाने माने लेखक डॉ. महीप सिंह ने मानवता को दिव्य मार्गदर्शन देने वाले सभी दस गुरुओं पर प्रकाश डाला है जिसमें गुरू नानक देव से लेकर गुरू ग्रंथ साहिब तक का वर्णन है।

  • रवींद्रनाथ टैगोर (बीएमआई)

    • लेखक:हिरण्मय बनर्जी
    • विषय:नई पुस्तक
    • भाषा:अंग्रेजी
    • दिनांक:2011
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:95

    रवींद्रनाथ टैगोर पहले एशियाई थे जिन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एक कवि, लेखक और दार्शनिक के रूप में वे भारत की आध्यात्मिक विरासत और अपने आप में चलती फिरती संस्था थे। हालांकि उन्हें मुख्य रूप से एक कवि के रूप में जाना जाता है और अन्य बहुमुखी विधाओं को छोड़ दिया जाता है जिनमें उन्होंने अमिट छाप छोड़ी थी। ऐसी विधाओं में उपन्यास, लघु कथाएं, नाटक, लेख, निबंध और पेंटिंग शामिल है। उनके गीतों, जिसे लोकप्रिय रूप से रवींद्र संगीत के रूप में जाना जाता है, में एक शाश्वत अपील है। वे एक समाज सुधारक, देशभक्त और इन सबसे ऊपर एक महान व्यक्ति थे।

  • इंडिया 2011

    • लेखक:अनुसंधान संदर्भ और प्रशिक्षण प्रभाग (संकलन और समन्वय)
    • विषय:नई किताब
    • भाषा:हिंदी
    • दिनांक:2010
    • बाइंडिंग प्रकार:Paper Binding
    • कीमत:345

    भारत 2011 संदर्भ वार्षिक में ग्रामीण और शहरी विकास, उद्योग और बुनियादी ढांचा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, कला और संस्कृति, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, रक्षा, शिक्षा और जनसंचार के क्षेत्र में देश की प्रगति की जानकारी दी गई है।

    इस पुस्तक में सामान्य ज्ञान, समसामयिक घटनाक्रम, खेल, पिछले वर्ष की प्रमुख घटनाओँ और आयोजनों को भी शामिल किया गया है। इस पुस्तक में प्रामाणिक और सटिक आंकड़ों का संकलन किया गया है जो छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए निश्चित ही उपयोगी साबित होगा।

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