शिक्षा मानव संसाधन विकास और देश के सामाजिक - आर्थिक ताने बाने के संतुलन में एक उपचारात्मक भूमिका में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत के नागरिक सबसे मूल्यवान संसाधन हैं, अत: हमारे एक अरब से अधिक मजबूत नागरिकों के जीवन में एक बेहतर गुणवत्ता लाने के लिए बुनियादी शिक्षा के रूप में पोषण और देखभाल की जरूरत है। कम से कम समय में विश्व की एक ज्ञान महाशक्ति के रूप में उभरने के लिए हमारी कार्यशील आबादी को पोषण प्रदान करने और कामकाजी आबादी को ज्ञान सक्षम बनाने के माध्यम से भारत में हमारी लाभकारी आबादी को ज्ञान के शक्ति भंडार के रूप में बदलना अनिवार्य है।
भारत में परीक्षा का मौसम आम तौर पर स्कूल और बोर्ड परीक्षाओं के प्रारंभ होने के साथ मार्च के महीने में शुरू होता है। इसके बाद विशेष व्यावसायिक विषयों और उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की शुरूआत होती है। अन्य परीक्षाओं, जैसे नौकरियों में भर्ती के लिए, का आयोजन अलग अलग योजनाओं के अनुसार किया जाता है। परीक्षाओं के नतीजे आने के बाद परिणाम के अनुसार परामर्श और दाखिले की प्रक्रिया आरंभ होती है।
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) की वृद्धि के साथ, ये सभी प्रक्रियाएं बस एक क्लिक की दूरी पर हैं। सरकार की सहायता से किए गए प्रयास द्वारा प्रणाली को छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को पारदर्शिता के साथ आसानी से सुलभ बनाया गया है। ऑनलाइन गेटवे, ऑनलाइन परिणाम, प्रवेश शुल्क का भुगतान करने के लिए ऑनलाइन गेटवे, ऑनलाइन परामर्श चैनल और ई प्रवेश प्रक्रियाओं की उपलब्धता छात्रों को सबसे अच्छा विकल्प चुनने में सहायता प्रदान करते हैं।

अप्रैल, मई और जून माह के दौरान विभिन्न व्यावसायिक और पारंपरिक स्नातक पूर्व एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। स्नातक पूर्व पाठ्यक्रमों के बीच पूर्व इंजीनियरी और पूर्व चिकित्सा प्रवेश परीक्षाएं सर्वाधिक लोकप्रिय हैं।
वर्तमान वर्ष से एनआईटी, आईआईआईटी, केंद्रीय निधिकृत तकनीकी संस्थानों, अनेक प्रतिभागी राज्यों और अनेक अन्य संस्थानों में स्नातक पूर्व इंजीनियरी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा, जेईई (मुख्य) में शामिल होंगे। जेईई (मुख्य) एक ऐसी परीक्षा भी है जिसके जरिए जेईई (उच्चतर), की पात्रता भी मिलेगी, जो आईआईटी द्वारा प्रस्तावित स्नातक पूर्व कार्यक्रमों में प्रवेश लेने के इच्छुक प्रत्याशी को देने होते हैं।
वर्ष 2010 के बाद से, केन्द्र सरकार के अनुमोदन के साथ भारतीय चिकित्सा परिषद स्नातक चिकित्सा शिक्षा 1997 के विनियमों में संशोधन किया गया और एमबीबीएस में दाखिले के लिए एक एकल योग्यता एवं प्रवेश परीक्षा, अर्थात्, राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के लिए प्रावधान किया गया। इसी प्रकार भारतीय दंत चिकित्सा परिषद ने भी बीडीएस पाठ्यक्रम विनियम 2007 में संशोधन किया है और प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में बीडीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भारत के असाधारण राजपत्र, दिनांक 31 मई, 2012 को अधिसूचित किया गया कि इसे प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।
प्रबंधन (कैट), फैशन (निफ्ट), होटल प्रबंधन और केटरिंग प्रौद्योगिकी, विधि (सीएलएएटी) आदि स्नातक पूर्व और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश छात्रों के बीच लोकप्रिय हैं।
ऑनलाइन परिणाम
छात्रों के लिए उनकी परीक्षा का परिणाम सबसे अधिक प्रतीक्षित पड़ाव है जो उन्हें उनके कठिन परिश्रम और पूरे साल किए गए प्रयासों का फल प्रदान करता है। एक समय ऐसा था जब छात्रों को घण्टों तक कतार लगाकर स्कूलों और कॉलेजों के नोटिस बोर्ड पर परीक्षा परिणामों की एक झलक पाने के लिए मेहनत करनी पड़ती थी। अब वे दिन बीत गए जब लंबी कतारें लगा करती थीं, अधूरी जानकारी मिलती थीं और एक आदर्श केरियर के मार्ग को चुनने के लिए यात्रा पर भारी व्यय किए जाते थे। किन्तु आज भारतीय शिक्षा प्रणाली ने इंटरनेट के प्रभावी इस्तेमाल से एक लंबी डिजिटल छलांग लगाई।
अब छात्र कम से कम प्रयासों और समय के साथ परिणाम देख सकते हैं। 1997 के बाद से देश के हर कोने में परिणामों को सहज सुलभ बनाने के लिए, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने कई चैनलों के उपयोग द्वारा परिणामों का प्रसार किया गया है। इंटरनेट के अलावा, परिणाम अंत:क्रियात्मक वाणी प्रतिक्रिया प्रणाली (आईवीआरएस), ई-मेल और एसएमएस (शॉर्ट मैसिज सर्विस) के माध्यम से भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
एक विशेष पोर्टल (http://results.gov.in) भारत में आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के परिणामों के लिए केवल एक एकल बिंदु स्रोत नहीं है, बल्कि यह छात्रों और उनके अभिभावकों को अंक तालिकाओं एवं प्रवेश प्रपत्रों को डाउनलोड में सहायता देने के अलावा, अन्य प्रासंगिक वेबसाइटों के उपयोग की सुविधा भी प्रदान करता है। परिणामों की घोषणा के पहले और बाद में छात्रों के लिए की जाने वाली महत्वपूर्ण घोषणाओं को पोर्टल पर उपलब्ध कराया जाता है। यह साइट मूल रूप से परिणाम के निम्नलिखित प्रकार प्रदान करती है:
- बोर्ड / शैक्षणिक परीक्षा का परिणाम: ये कक्षा दस और बारहवीं के छात्रों के लिए केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और विभिन्न राज्य बोर्डों द्वारा आयोजित की जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम हैं।
- स्नातक पूर्व / स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश परीक्षा का परिणाम: ये केन्द्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं के परिणाम के विषय में होते हैं।
- व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा का परिणाम: पूर्व चिकित्सा / पूर्व दंत चिकित्सा प्रवेश परीक्षा, इंजीनियरी प्रवेश परीक्षा पूर्व चिकित्सा / पूर्व दंत चिकित्सा प्रवेश परीक्षा, इंजीनियरी प्रवेश परीक्षा और संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई (मुख्य) और जेईई (उन्नत) द्वारा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आदि में प्रवेश के परिणाम इस अनुभाग में उपलब्ध होते हैं। आने वाली प्रवेश परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा भी की जाती है।
- भर्ती के लिए परीक्षाओं के परिणाम: रोजगार के लिए रिक्तियों की कड़ी प्रतिस्पर्द्धा है और कार्य के अवसरों की मांग तथा आपूर्ति के बीच एक सुचारु प्रवाह लाने के लिए विभिन्न एजेंसियां संघ सरकार के अधीन प्रतियोगी परीक्षाओं और साक्षात्कारों की सहायता से कठोर चयन प्रक्रिया के माध्यम से सेवाओं और पदों हेतु भर्ती अभियान चलाती हैं।
ऑनलाइन परीक्षा परिणामों के लिए महत्वपूर्ण लिंक
- सीबीएसई परिणाम
- परिणाम पोर्टल
- राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी)
- संयुक्त प्रवेश परीक्षा जेईई (मुख्य)
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों हेतु जेईई (उन्नत)
- राष्ट्रीय रक्षा अकादमी

यह आम तौर पर देखा गया है कि छात्रों को अपने पाठ्यक्रम, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का चयन करते समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। विभिन्न बोर्ड, संस्थान और विश्वविद्यालय अपने आवेदन पत्र, ब्रोशर, और तिथि, आदि अपनी वेबसाइटों पर उपलब्ध कराते हैं, माता - पिता को इन सभी के लिए कठोर पश्रिम करना पड़ता है। कई बार छात्रों को प्रवेश परीक्षा में उनके प्रदर्शन के अनुसार विभिन्न सामान्य और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए चुन लिया जाता हैं। कुछ ऐसे उदाहरण भी हैं जब एक छात्र को एक से अधिक पाठ्यक्रमों के लिए चुना जाता है जबकि अन्य किसी भी पाठ्यक्रम के लिए चयन में विफल रहते हैं।
विशेष पोर्टल http://results.gov.in में ऑनलाइन काउंसिलिंग पर विशेष पेज होता है।
केन्द्रीय काउंसिलिंग बोर्ड, जिसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा समर्थन दिया जाता है, प्रति वर्ष जुलाई के आरंभ में काउंसिलिंग आरंभ करता है। सीसीबी द्वारा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), सम विश्वविद्यालय आदि जैसे भागीदार संस्थानों की सहायता से काउंसिलिंग के सत्र आयोजित किए जाते हैं।
संबंधित राज्य कॉलेजों के लिए अनेक राज्य संगठन भी ऑनलाइन काउंसिलिंग भी आयोजित करते हैं।
काउंसिलिंग के महत्वपूर्ण लिंक
प्रवेश का दौर
आप भारत में जिस प्रकार की शिक्षा पाने की योजना बना रहे हैं वह आवश्यकताओं के अलग अलग समूह पर निर्भर करती है। एक संस्थान से दूसरे संस्थान में प्रवेश नियमों और मानदंडों में अंतर हो सकते हैं। मुख्य रूप से स्कूलों, कॉलेजों और निजी संस्थानों से प्रवेश विवरण, फार्म के साथ ब्रोशर में प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक पाठ्यकम के लिए छात्रों के अलग पात्रता मानदंड की आवश्यकता होती है। इन दिनों व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा देने की आवश्यकता होती है जबकि कुछ में केवल योग्यता के आधार पर दाखिले को स्वीकार किया जाता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के विदेशी छात्रों के लिए (डीएएसए) कार्यक्रम में विदेशी नागरिकों / भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) / अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए प्रत्यक्ष प्रवेश की सुविधा है।
केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और संस्थानों में प्रवेश के इच्छुक सभी छात्रों को दाखिले की प्रक्रिया की सुनिश्चित जानकारी प्रदान करने के लिए अपने अपने वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन विधि का उपयोग करते हैं। इसी प्रकार, मुक्त और दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) प्रणाली अपनाने वाले संस्थानों में भी प्रवेश के प्रपत्र प्रस्तुत करने की सुविधा है और विभिन्न दूरस्थ शिक्षा ऑनलाइन के पाठ्यक्रमों का चयन किया जा सकता है।