केन्द्रीय बजट 2014-15

केंद्रीय बजट 2014-2015

केंद्रीय बजट 2014-2015 का उद्देश्य "सब का साथ सब का विकास" है जिसमें समाज के सभी वर्गों के विकास पर ध्यान दिया गया है। 10 जुलाई को संसद में अपना पहला बजट भाषण पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि भारत खुद को गरीबी के अभिशाप से मुक्त कर विकास की ओर अग्रसर है। उनके अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक पुनर्प्राप्ति के लिए कुशलता के साथ आगे बढ़ना होगा। वित्त मंत्री के अनुसार सरकार ऐसी नीति लाना चाहती है जो वांछित विकास, मुद्रास्फीति की दर में कमी ला सके, बाहरी क्षेत्रों के बीच संतुलन बनाये रखने और विवेकपूर्ण नीति लाने में सहायक हो।

वर्तमान आर्थिक स्थिति और चुनौतियाँ
वर्तमान आर्थिक स्थिति और चुनौतियाँ

वर्तमान आर्थिक स्थिति और चुनौतियों पर बोलते हुए श्री जेटली ने कहा: "परिवर्तन लाने के लिए किया गया निर्णायक मतदान लोगों के विकास करने, खुद को गरीबी के अभिशाप से मुक्त करने और समाज के द्वारा उपलब्ध अवसरों का उपयोग करने की इच्छा को दर्शाता है। देश के लोग बेरोज़गारी, अपर्याप्त मूलभूत सुविधाओं, बुनियादी संरचना के अभाव और भाव शून्य शासन इत्यादि से जूझना नहीं चाहते है।

इन चुनौतियों का कारण 5 प्रतिशत विकास दर और द्वि-अंकीय मुद्रास्फीति है।

विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं में जारी मंदी वैश्विक स्तर पर सतत प्रतिपूर्ति की राह में एक बाधा बनी हुई है।

2013 तथा 2014 में विश्व की अर्थव्यवस्था के अनुमानित विकास दर की प्रतिपूर्ति 3.6 प्रतिशत देखी गई है।

एनडीए सरकार का देश की दशा और दिशा के निर्धारण के सम्बन्ध में स्पष्ट नीतिगत संकेतकों को दर्शाने वाला पहला बजट।

उठाये जाने वाले ठोस कदम की घोषणा अगले 3-4 वर्षों में वृहत्त-आर्थिक स्थायित्व के साथ-साथ 7 से 8 प्रतिशत या इससे ज्यादा के स्थिर विकास दर को प्राप्त करने के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ने का द्योतक है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनके जनादेश 'सबका साथ सबका विकास' के नेतृत्व में सरकार की विकास-परक कार्यनीतियों में जनता की बढ़ती उम्मीदें झलकती हैं।"



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बजट का अनुमान

  • 12,19,892 करोड़ रुपए का गैर-योजना व्यय के साथ-साथ सशस्त्र बलों के लिए उर्वरक सब्सिडी और पूंजीगत व्यय के लिए अतिरिक्त प्रावधान।
  • 5,75,000 करोड़ रुपये योजना व्यय - वर्ष 2013-14 की वास्तविक दर में 26.9 फीसदी की वृद्धि।
  • कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा, ग्रामीण सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना के क्षेत्र में क्षमता निर्माण, रेलवे नेटवर्क में विस्तार, स्वच्छ ऊर्जा पहल, जल संसाधन और नदी संरक्षण योजनाओं के विकास आदि की दिशा में लक्षित योजना।
  • 17,94,892 करोड़ रुपये के कुल खर्च का अनुमान है।
  • सकल कर प्राप्तियों का अनुमान 13,64,524 करोड़ है।
  • 9,77,258 करोड़ रुपए का कुल केन्द्रीय अनुमान है।
  • सकल घरेलू उत्पाद के 4.1% के राजकोषीय घाटे और 2.9% के राजस्व घाटे का अनुमान है।
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए बनाई गई योजना के लिए आवंटन को अलग से दिखाने के लिए नया विवरण।
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र को 53,706 करोड़ रुपये का आवंटन।
आर्थिक पहल
आर्थिक पहल
  •  प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई)
  •  बैंक पूंजीकरण
  •  स्मार्ट शहर
  •  अचल संपत्ति
  •  सिंचाई
  •  ग्रामीण विकास
  •  अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति
  •  वरिष्ठ नागरिक/विकलांग व्यक्ति
  •  महिला एवं बाल विकास
  •  पेयजल एवं स्वच्छता
  •  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
  •  शिक्षा
  •  सूचना प्रौद्योगिकी
  •  सूचना और प्रसारण
  •  शहरी विकास
  •  आवास
  •  अल्पसंख्यक
  •  कृषि
  •  कृषि ऋण
  •  खाद्य सुरक्षा

उद्योग, निवेश और बुनियादी ढांचा

  •  उद्योग
  •  सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र
  •  वस्त्र
  •  अवसंरचना
  •  पोत परिवहन
  •  अंतर्देशीय नौवहन
  •  नए हवाई अड्डे
  •  सड़क क्षेत्र
  •  उर्जा
  •  नवीन एवं अक्षय उर्जा
  •  पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस
  •  खनन
वित्तीय क्षेत्र
वित्तीय क्षेत्र
  •  पूँजी बाजार
  •  बैंकिंग
  •  बीमा क्षेत्र
  •  लघु बचत

रक्षा और आंतरिक सुरक्षा

  • "एक रैंक एक पेंशन" के लिए जरूरत को पूरा करने हेतु 1000 करोड़ की अतिरिक्त राशि।
  • रक्षा के लिए पूंजीगत व्यय 5000 करोड़ बढ़ा दिया गया है जिसमें सीमा क्षेत्रों में रेलवे प्रणाली के विकास को गति प्रदान करने के लिए 1000 करोड़ की राशि शामिल है।
  • अधिप्राप्ति प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए तत्काल कदम उठाये जाएंगे ताकि इसे तेज और अधिक दक्ष बनाया जा सके।
  • प्रिंसेस पार्क में युद्ध स्मारक के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये प्रदान किये गए हैं जिसे युद्ध संग्रहालय द्वारा संपूरित किया जाएगा।
  • रक्षा के लिए प्रौद्योगिकी विकास निधि स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये प्रदान किये गए हैं।
  • राज्य पुलिस बलों के आधुनिकीकरण के लिए चालू वित्त वर्ष में 3000 करोड़ रुपये प्रदान किये गए हैं।
  • वामपंथी अतिवाद से प्रभावित जिलों के लिए अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता हेतु पर्याप्त आवंटन।
  • सीमावर्ती अवसंरचना को मजबूत बनाने तथा आधुनिक बनाने के लिए 2250 करोड़ रुपये प्रदान किये गए हैं।
  • सीमावर्ती गांवों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए 990 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं।
  • मरीन पुलिस स्टेशन, जेट्टी के निर्माण एवं नौकाओं की खरीद के लिए 150 करोड़ रुपये की राशि चिन्हित की गई है।
  • राष्ट्रीय पुलिस स्मारक के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये प्रदान किये गए हैं।

अन्य प्रस्तावों

  •  संस्कृति एवं पर्यटन
  •  विज्ञान और प्रौद्योगिकी
  •  खेल और युवा कार्य
  •  पूर्वोत्तर राज्य
  •  आंध्रप्रदेश और तेलंगाना
  •  राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली
  •  हिमालय सम्बन्धी अध्ययन
कर सम्बन्धी प्रस्ताव
कर सम्बन्धी प्रस्ताव

अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार, विनिर्माण में निवेश को बढ़ावा, मुकदमों को कम करने के लिए युक्तिसंगत कर प्रावधान, कुछ क्षेत्रों में असंगत शुल्क संरचना की समस्या का समाधान करने के लिए उपाय। व्यक्तिगत करदाताओं को कर संबंधी राहत।

प्रत्यक्ष कर संबंधी प्रस्ताव

  • 60 वर्ष से कम आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए व्यक्तिगत आयकर छूट सीमा 50,000 रुपये तक बढ़ा दी गई है अर्थात इसे 2 लाख से बढ़ाकर रू 2.5 लाख कर दिया गया है। वहीँ वरिष्ठ नागरिको के लिए इसे 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख कर दिया गया है।
  • कॉर्पोरेट अथवा व्यक्तिगत, एचयूएफ, व्यवसाय संघो आदि के लिए कर की दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
  • शिक्षा उपकर 3 प्रतिशत ही रहेगा।
  • आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत निवेश की सीमा को 1 लाख से बढ़ाकर रू 1.5 लाख कर दिया गया है।
  • आवासीय संपत्ति के लिए ऋण पर ब्याज कटौती की सीमा 1.5 लाख से बढ़ाकर 2 लाख कर दी गई है।
  • अवसंरचना निवेश न्यासों और स्थावर सम्पदा निवेश न्यासों की सहायक कर पद्धति की स्थापना भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के विनियमों के अनुरूप की जाएगी।
  • किसी वर्ष में नए संयंत्र और मशीनरी में 25 करोड़ से अधिक का निवेश करने वाली विनिर्माण कंपनी को 15 प्रतिशत की दर से निवेश छूट दी जाएगी। यह सुविधा तीन वर्षों के लिए अर्थात 31.03.2017 तक किये जाने वाले निवेशों के लिए है।
  • निवेश संबद्ध कटौती को दो नए क्षेत्रों, लौह अयस्क की ढुलाई के लिए गारा पाइपलाइन और सेमी-कंडक्टर वफर संरचना इकाईयों तक बढ़ाना।
  • 31.03.2017 तक विद्युत् का उत्पादन, वितरण और सम्प्रेषण शुरू करने वाले उपक्रमों को 10 वर्षों के लिए कर की छूट।
  • प्रतिभूतियों में लेन-देन से विदेशी निवेशको को होने वाली आय को पूंजीगत लाभ समझा जाएगा।
  • बिना अंतिम तिथि वाले विदेशी लाभांशो पर 15 प्रतिशत की रियायती दर बनी रहेगी।
  • ब्याज के भुगतान पर कर की दर में 5 प्रतिशत की रियायत के लिए विदेशी मुद्रा में उधार की योग्य तिथि को 30.06.2015 से 30.06.2017 तक कर दिया गया है। अवसंरचना संबंधी ऋणपत्र को छोड़कर सभी प्रकार के ऋणपत्र पर कर संबंधी प्रोत्साहन दिया गया है।

सेवा कर के दायरे में शामिल की गई कुछ अन्य सेवाएं

सेवा क्षेत्र में कराधार को व्यापक करने के लिए प्रसारण मीडिया में स्थान के विक्रय या विज्ञापन के लिए अधिरोप्य सेवा कर का विस्तार किया जा रहा है जिससे ऑनलाइन और मोबाइल विज्ञापन जैसे अन्य क्षेत्रों को भी इसमें शामिल किया जा सके। कर प्रस्तावों की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली ने अपने पहले बजट भाषण में कहा कि प्रिंट मीडिया के विज्ञापनों को सेवा कर के दायरे से बाहर रखा जायेगा। हालांकि रेडियो टैक्सियों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं को सेवा कर के अंतर्गत लाया गया है। वित्त मंत्री के अनुसार 2014-15 के कर प्रस्ताव में अप्रत्यक्ष कर के द्वारा रु 7525 करोड़ की प्राप्ति होगी।

वित्त मंत्री ने वातानुकूलित संविदा कैरिजों और मानव प्रतिभागियों पर नव विकसित दवाओं के तकनीकी परीक्षण द्वारा दी जा रही सेवाओं पर सेवा कर लगाने की घोषणा की है। भारत के बाहर संचालित किये जाने वाले दौरे के संबंध में विदेशी पर्यटकों को भारतीय टूर ऑपरेटरों द्वारा उपलब्ध कराई गई सेवाओं को सेवा कर के दायरे से बाहर रखा जायेगा। रेंट-ए-कैब और टूर ऑपरेटरों के द्वारा प्रदान की जाने वाली पर्यटन सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सेनवेट क्रेडिट की अनुमति दी गई है।